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गृह मंत्रालय ने Punjab सरकार से किसानों के विरोध के बीच कानून और व्यवस्था की चिंताओं को दूर करने का आग्रह किया

गृह मंत्रालय ने Punjab सरकार से किसानों के विरोध के बीच कानून और व्यवस्था की चिंताओं को दूर करने का आग्रह किया

Chandigarh: बुधवार को किसानों के दिल्ली मार्च को देखते हुए Punjab के DGP Gaurav Yadav ने शंभू बॉर्डर के पास जा रही क्रेन और भारी मिट्टी खनन करने वाली मशीनों को जब्त करने का आदेश दिया है. बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने Punjab के मुख्य सचिव को कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया, जिसके बाद रात में ही DGP ने सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को यह आदेश जारी कर दिया.

उधर, DGP के निर्देश के चलते शंभू बॉर्डर की ओर जा रही भारी मशीनों को जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो वे किसानों से भिड़ गईं. इसमें शंभू पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अमन पाल सिंह विर्क और मोहाली के एसपी जगविंदर सिंह चीमा घायल हो गए हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। DGP के निर्देश के क्रम में पुलिस की ओर से प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं, ताकि ऐसी मशीनें सीमा की ओर न बढ़ सकें.

केंद्र की ओर से Punjab सरकार को पत्र

Punjab सरकार को भेजे पत्र में गृह मंत्रालय ने कहा है कि राज्य में पिछले कुछ दिनों में बिगड़ती कानून व्यवस्था चिंताजनक है और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. केंद्र सरकार ने यह पत्र किसानों द्वारा लायी जा रही बड़ी मशीनों को देखकर लिखा है. केंद्र को डर है कि दिल्ली की ओर किसानों के आंदोलन से Haryana सरकार द्वारा तैनात सुरक्षा बलों के साथ टकराव हो सकता है। इससे भारी नुकसान हो सकता है.

इसके अलावा Haryana के DGP ने Punjab सरकार से भी ऐसी मशीनों पर रोक लगाने को कहा है. यह भी कहा गया है कि ये मशीनें सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. माना जा रहा है कि उन्होंने Punjab के DGP के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी Punjab सरकार को निर्देश देने को कहा है, जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह पत्र लिखा है.

1200 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ 14000 लोग जुटे

केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक, Punjab-Haryana के शंभू बॉर्डर पर 1,200 ट्रैक्टर-ट्रॉली, 300 कारों, 10 मिनी बसों और छोटे वाहनों के साथ लगभग 14,000 लोग एकत्र हुए हैं। इन एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने Punjab सरकार को अपनी कड़ी आपत्तियों से अवगत कराया है और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा है. सूत्रों के अनुसार, Punjab सरकार ने ढाबी-गुजरान बैरियर पर लगभग 4,500 लोगों को ले जाने वाली लगभग 500 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की अनुमति दी थी।

2 बड़े सवाल, इतनी मशीनें कैसे आईं?

DGP की ओर से जारी पत्र में लिखा है कि 18 फरवरी को सुबह 8.15 बजे हुई बैठक में शंभू और खनौरी की ओर जाने वाली क्रेन और अन्य भारी मशीनों को रोकने का निर्णय लिया गया. ऐसे में सवाल उठता है कि 18 फरवरी को DGP के साथ बैठक के बाद इतनी बड़ी संख्या में मशीनें सीमा पर कैसे पहुंच गईं.

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Author: politicalplay