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Haryana सरकार ने युवाओं को विदेश भेजने वाले दलालों की सूची तैयार की, कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई

Haryana सरकार ने युवाओं को विदेश भेजने वाले दलालों की सूची तैयार की, कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई

अब Haryana सरकार उन लोगों के ऊपर कसेगी कड़ा फंदा जो अपने युवा को गधे के माध्यम से विदेश भेजते हैं। खुफिया एजेंसी ने इस व्यापार में शामिल ब्रोकर्स और अन्य लोगों की सूची तैयार की है।

इस सूची के अनुसार, राज्य के 18 जिलों में युवा को विदेश भेजने का काम किया जा रहा है। राज्य के कुरुक्षेत्र में सबसे अधिक विदेश भेजने वाले एजेंट 46, सिरसा में 42 और यमुनानगर में 30 हैं। इसी तरह, अन्य जिलों में भी 10 से 20 ब्रोकर्स हैं। इस रिपोर्ट को विभाग ने Haryana सरकार को प्रस्तुत किया है। अब सरकार के आदेश पर, इन ब्रोकर्स के खिलाफ एक अभियान शुरू किया जाएगा।

इस मुद्दे ने सभी को आस्थाएं बांधाईं

राज्यसभा में राज्य के युवा का अधिकांश विदेश जाने का मुद्दा उठाया गया था। विपक्षी दलों ने सरकार पर इस आरोप लगाया है कि Haryana में बेरोजगारी अधिक है, इसलिए युवा रोजगार के लिए विदेश जा रहे हैं और गाँव सुनसान हो रहे हैं। इस स्थिति में, लोगों को विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी के मामलों को देखते हुए सरकार ने एक विशेष SIT की अगुआई में एक विशेष एसआईटी बनाई है।

SIT को शिकायत आने के बाद ही मामले दर्ज किए जाते हैं और आरोपियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। यहां, खुफिया एजेंसी ने अपनी टीमें आसपास स्तर पर तैनात की हैं और उन लोगों को विदेश भेजने में अवैध शामिल होने की स्थिति के बारे में सटीक जानकारी जुटाई है। इस सूची में, ब्रोकर्स के खिलाफ पुराने मामलों का विवरण और उनकी संपत्तियों का भी विवरण तैयार किया गया है।

सौदे होते हैं तकरीबन 60 लाख रुपये तक

कहा जा रहा है कि राज्य के युवा को विदेश भेजने के लिए उन्हें रंगीन सपने दिखाए जा रहे हैं, जिनके लिए उन्हें 30 से 60 लाख रुपये के बीच का खर्च होता है। Haryana Police के वरिष्ठ IPS अधिकारी ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

6 हजार युवा 600 IELTS सेंटरों में तैयारी कर रहे हैं

राज्य के युवा के बीच सात सागर पार करने की लत को यहां से मापा जा सकता है कि पूरे राज्य में IELTS की तैयारी प्रदान करने वाले 600 से अधिक कोचिंग सेंटर हैं। कुरुक्षेत्र में अधिकतम 180 सेंटर हैं, कैथल में 69, सिरसा में 61 और करनाल में लगभग 30। विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में पूरे राज्य में छह हजार बच्चे IELTS की तैयारी कर रहे हैं।

गाँवों की भी सूची बनाई गई है

राज्य के सभी 18 जिलों की खुफिया एजेंसी ने इसके अलावा भी उन गाँवों की एक सूची तैयार की है जहां अधिक संख्या में युवा विदेश जा रहे हैं। इनमें अंबाला के भूरेवाला, कुरुक्षेत्र के बारादास नग्गल, कुरुक्षेत्र के कलासा, कैथल के दिवाना, गाँव आहूं, कैथल के संगरोली, सकरा, जडौला, पुंदरी, बरसाना, रहड़ा, करनाल के बम्बेरहेड़ी, रहड़ा, बंदराला और अन्य गाँवों के नाम शामिल हैं।

पोर्टल तैयार करने की सुझाव दी गई

खुफिया एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में हरियाणा सरकार को सुझाव दिए हैं। एजेंसी ने कहा कि राज्य विभाग द्वारा एक पोर्टल तैयार किया जाना चाहिए और उस पर सभी इम्मिग्रेशन एजेंट्स को पंजीकृत किया जाना चाहिए। इसके अलावा, एक सलाह केंद्र भी स्थापित किया जाना चाहिए ताकि युवा यहां से सलाह प्राप्त कर सकें और एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाना चाहिए ताकि धोखाधड़ी की शिकायतें इन केंद्रों पर भी दी जा सकें। इसी तरह, जो युवा वर्षायु 1.80 लाख रुपये से कम है, उनके लिए पासपोर्ट मुफ्त कर दिया जाना चाहिए।

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Author: politicalplay

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