Fatehabad: शिक्षा विभाग की रिपोर्ट खुद यह स्थिति बताती है। स्थिति यह है कि प्रतिदिन जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी को शिक्षकों को खाली पदों पर भेजने के लिए 4 से 5 आवेदन मिल रहे हैं, गाँवों के सरपंच खुद और गाँववाले आ रहे हैं।
विद्यालयों में परीक्षाओं का समय आ रहा है और सरकारी विद्यालयों में शिक्षक नहीं हैं। मध्य और उच्च विद्यालयों में शिक्षक पदों का 36 प्रतिशत खाली है। विद्यालयों में हिंदी, अंग्रेजी, गणित और विज्ञान पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं।
शिक्षा विभाग की रिपोर्ट खुद यह स्थिति बताती है। स्थिति यह है कि प्रतिदिन जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी को शिक्षकों को खाली पदों पर भेजने के लिए 4 से 5 आवेदन मिल रहे हैं, गाँवों के सरपंच खुद और गाँववाले आ रहे हैं। स्थिति यह है कि सिर्फ दो दिनों के लिए ही शिक्षकों को भेजे जाने की सिफारिश की जा रही है।
आप स्वयं अनुमान लगा सकते हैं कि शिष्य गुरु के बिना कैसे पढ़ाई कर पाएंगे और परिणाम क्या होगा। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे बच्चों के माता-पिता अपने भविष्य की चिंता कर रहे हैं। कारण यह है कि हमने अब तक पाठ्यक्रम का भी 10 प्रतिशत नहीं पूरा किया है। जबकि वार्षिक परीक्षाएं March महीने में शुरू होती हैं।
प्राथमिक विद्यालयों में 227 JBT अधिशेष
जबकि मध्य और उच्च विद्यालयों में शिक्षकों के पद खाली हैं, प्राथमिक विद्यालयों में 13 प्रतिशत अधिशेष JBT है। जिले में 1919 JBT के स्वीकृत पद हैं जबकि बड़ी जिम्मेदारी के तहत आवश्यक पद 1604 हैं। जबकि जिले में 1831 JBT काम कर रहे हैं। इसका मतलब यहाँ 227 अतिरिक्त शिक्षक हैं।
यह है जिले में शिक्षकों के पदों की स्थिति
स्वीकृत पद कार्यरत खाली पद
हिंदी 133 60 73
संस्कृत 126 96 30
पंजाबी 106 90 16
कला 153 65 88
शारीरिक शिक्षा 197 190 7
JBT 1604 1831 227 अतिरिक्त
मुख्य शिक्षक 115 78 37
tgt ss 263 201 62
TGT इंग्लिश 129 50 79
TGT गणित 151 123 28
TGT विज्ञान 239 93 146
TGT संगीत 11 0 11
ESHM 88 50 38
आधिकारिक के अनुसार
विद्यालयों में शिक्षकों के पद खाली हैं। इसकी सूचना निदेशालय के उच्च अधिकारियों को दी गई है। हम विद्यालयों में अपने स्तर पर व्यवस्थाएँ कर रहे हैं ताकि छात्रों का पाठ्यक्रम पूरा हो सके।