Haryana: Aam Aadmi Party की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने मंगलवार को 9 December से होने वाली सरकारी doctor की हड़ताल और स्वास्थ्य सुविधाओं के मुद्दे को लेकर Khattar सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आज Haryana में केवल सरकारी doctor ही नहीं न जाने कितने कर्मचारी और वर्ग अपनी मूलभूत मांगों और अधिकारों के लिए हड़ताल पर हैं। लेकिन हमेशा की तरह सरकार पर कोई असर नहीं है। Haryana के सरकारी doctor ने 9 December से हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि doctor की मांगे जायज हैं। Aam Aadmi Party Khattar सरकार से मांग करती है कि doctor की मांगों पर ध्यान दिया जाए।
उन्होंने कहा कि आज सरकारी hospitals में मशीनें नहीं हैं, स्पेशलिस्ट नहीं हैं, रेडियोलॉजिस्ट नहीं हैं, यहां तक कि ग्लूकोज की बोतलें भी नहीं हैं। मरीज को मर्ची लिखकर दी जा रही है कि बाहर से ग्लूकोज की बोतल ले आइये। उन्होंने कहा कि जहां देश की जनता और पूरी स्वास्थ्य प्रणाली मुश्किलों से जूझ रही हैं, वहीं Haryana के मुख्यमंत्री Khattar और स्वास्थ्य मंत्री Anil Vij का शीत युद्ध खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। चाहे इसके लिए पूरे प्रदेश की जनता, सरकारी काम और 2000 से ज्यादा फाइलें पेंडिंग पड़ी हैं, चाहे वो ताक पर रहे। ये प्रदेश का दुर्भाग्य है कि ऐसे मुख्यमंत्री और मंत्री प्रदेश को मिले।
उन्होंने कहा कि एसोसिएशन की मुख्य मांगों में स्पेशलिस्ट डाक्टरों का अलग कैडर बनाना और केंद्र सरकार और Bihar की तर्ज पर Haryana में चार ACP देना है, जोकि बिल्कुल जायज मांग हैं, जिसकी तरफ खट्टर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। वहीं पूरे प्रदेश के hospitals में स्पेशलिस्ट डाक्टरों की भी भारी कमी है। इस कारण लोगों को महंगे रेट पर प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है।
उन्होंने CM Khattar से पूछा कि ये जो नो वर्क नो पे की पोलिसी है क्या ये केवल कर्मचारियों के लिए है या मंत्रियों पर भी लागू होती है। क्योंकि Haryana के स्वास्थ्य मंत्री पिछले 56 दिनों से अघोषित हड़ताल पर बैठे हैं। जिसकी कीमत पूरे प्रदेश को चुकानी पड़ रही है। क्या उन पर भी नो वर्क नो पे पोलिसी लागू होती है या नहीं। उन्होंने कहा Aam Aadmi Party सरकार से मांग करती है कि doctors की जो मांगें हैं, उन पर ध्यान दें और कड़ा संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द जनता की मदद करें।