Haryana News : देश की राजनीति के दिग्गज सियासी परिवारों की वंशगत राजनीति को आगे बढ़ाने और उनके राजनीतिक वारिस को लेकर हमेशा ही चर्चा होती रहती है। ऐसे में हरियाणा भी इससे अछूता नहीं है। हरियाणा में आज भी कईं ऐसे परिवार है, जिन्हें राजनीति विरासत में अपने बुजुर्गों से मिल है। कुछ परिवारों में तो बेटा नही होने के कारण परिवार की बहू या बेटी उस परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही है। इसी कड़ी में अब हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बीरेंद्र सिंह की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे उनके बेटे और मौजूदा केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भी अपना राजनीतिक वारिस मिल गया है।
दअरसल, हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री की बेटी आरती राव मां बन गई है। वह सेरोगेसी के जरिए सिंगल मदर बनी हैं। सेरोगेट मदर की मदद से उनकी गोद भरी है और आज उनका बेटा 3 माह का हो चुका है। बच्चे का नाम राव जयवीर सिंह रखा गया है और उसका लालन-पालन मंत्री आवास में हो रहा है।
राव इंद्रजीत की 2 बेटियां
बताया जा रहा है कि राव जयवीर सिंह अब केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की विरासत को आगे बढ़ाएगा। राव इंद्रजीत की 2 बेटियां हैं। आरती राव के अलावा छोटी बेटी भारती राव हैं, जो 2 बेटों की मां हैं। आरती राव ही पिता की सियासी विरासत को संभाल रही हैं। आरती राव ने अभी अक्टूबर 2024 में अटेली हलके से चुनाव लड़ा था। राव इंद्रजीत सिंह के पिता राव बीरेंद्र सिंह हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
नेशनल लेवल की निशानेबाज रह चुकी आरती
आरती राव का जन्म 3 जुलाई 1979 को हुआ था। आरती शुरू से ही पिता राव इंद्रजीत के ज्यादा करीब रही हैं। बताया जाता है कि पिता से प्रेरित होकर ही निशानेबाज बनीं। बाद में पिता की अंगुली पकड़कर राजनीति में आईंं। स्वास्थ्य मंत्री आरती राव दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है। वह राष्ट्रीय स्तर की शूटर रही हैं। वह 15 बार राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियन रहीं।
दादा रह चुके हरियाणा के सीएम
आरती राव को राजनीति विरासत में मिली है। उनके दादा राव बीरेंद्र सिंह मार्च 1967 में हरियाणा के दूसरे सीएम बने थे। हालांकि वह 7 महीने ही इस पद पर रहे। राव बीरेंद्र की सियासी बिरासत को उनके बेटे राव इंद्रजीत ने संभाला। इंद्रजीत के भाई भी राजनीति में उतरे, लेकिन ज्यादा सफल नहीं रहे। अब राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव ने पहली बार राजनीति में कदम रखा। पहला चुनाव जीतते ही नायब सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनीं।
कोर्ट से लेनी पड़ी अनुमति
हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने सेरोगेसी सिंगल मदर बनने के लिए पहले कोर्ट से अनुमति मांगी। अनुमति मिलने के बाद पूरी प्रक्रिया अपनाई गई। क्यों कि भारत में सेरोगेसी से सिंगल मदर बनना कानूनन आसान नहीं है। पहले तो कानून इसकी इजाजत ही नहीं देता था।
साल 2023 में कुछ कानूनी संशोधन किए गए। जिसके तहत विधवा या तलाकशुदा महिला को कुछ मामलों में अनुमति दी गई है। लेकिन उन्हें भी मेडिकल बोर्ड से प्रमाणपत्र लेना होता है, कि वह सेरोगेसी के लिए जरूरी कारण रखती है। बताया जा रहा है कि आरती राव ने सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी की हैं।
Author: Political Play India





