SYL Controversy : हरियाणा और पंजाब के बीच दशकों से चले आ रहे एसवाईएल (SYL) के पानी को लेकर एक बार फिर से दोनों प्रदेश देश की राजधानी दिल्ली में आमने-सामने होंगे। आज शाम 4 बजे एक बार फिर से SYL विवाद को लेकर दिल्ली में पंजाब और हरियाणा सरकार के बीच मंथन होगा। हरियाणा की ओर से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पंजाब की ओर से मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने अधिकारियों के साथ मिलकर इस महामंथन में शामिल होंगे। इस दौरान केंद्र सरकार के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।
मान ने मांगा था रावी-चिनाब का पानी
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पिछली बैठक में कहा था कि यदि पंजाब को रावी और चिनाब नदियों से पानी मिलता है, तो वे हरियाणा को पानी देने में सहयोग करेंगे। वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी ने इस मुद्दे पर सकारात्मक चर्चा की उम्मीद जताई थी, साथ ही जोर दिया था कि पंजाब और हरियाणा के बीच यह विवाद जल्द समाप्त होना चाहिए।
दशकों पुराना विवाद
SYL नहर विवाद दशकों पुराना है, जिसका उद्देश्य सतलुज और यमुना नदियों को जोड़कर दोनों राज्यों के बीच जल का समान वितरण करना है। हरियाणा ने अपनी ओर का 92 किलोमीटर नहर निर्माण पूरा कर लिया है, जबकि पंजाब ने 122 किलोमीटर के निर्माण को बीच में ही रोक दिया। सुप्रीम कोर्ट ने 2002 में हरियाणा के पक्ष में फैसला सुनाया था, लेकिन पंजाब ने 2004 में जल समझौते को रद्द कर दिया, जिससे यह विवाद और जटिल हो गया।

Author: Political Play India



