हरियाणा में फिर एक्टिव हुआ मानसून, जानिए तीन दिन तक मौसम का हाल, किसानों की बढ़ेगी परेशानी

HEAVY RAIN

Haryana Weather :  हरियाणा में तीन दिन तक कमजोर होने के बाद मानसून एक बार फिर से एक्टिव हो गया है। सोमवार को भी प्रदेश के छह जिलों में वर्षा हुई। मंगलवार यानि आज भी पांच जिलों में वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में वर्षा की संभावना बनी हुई है। बारिश के कारण प्रदेश के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। इनमें महेंद्रगढ़ जिले में अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस देखने को मिला, जबकि सबसे कम तापमान यमुनानगर जिले में 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हरियाणा में  आज भी बारिश की संभावना है। बारिश के कारण जहां तापमान में गिरावट दर्ज हो रही है। वहीं, जलभराव के कारण आमजन और किसान दोनों परेशान हो रहे हैं। कई स्थानों पर तो किसानों को खुद ही अपनी फसल नष्ट करनी पड़ी है।

आज पांच जिलों के लिए ALERT

मौसम विभाग के अनुसार आज पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल में बारिश का यलो अलर्ट है, जबकि, कैथल, जींद, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, नूंह, पलवल और सिरसा में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अब तक सामान्य से 24 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जबकि 21 जुलाई तक औसतन 154.4 प्रतिशत बारिश होनी चाहिए थी,  लेकिन 191.1 प्रतिशत बारिश अब तक दर्ज की जा चुकी है। अब तक सबसे ज्यादा बारिश यमुनानगर में 436 एमएम दर्ज की गई है, जबकि सबसे कम बारिश कैथल में 90.4 एमएम दर्ज की गई है।

तीन दिन तक होगा बदलाव

हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 25 जुलाई तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इसमें हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है,ओर कुछ जिलों में तेज बारिश के साथ-साथ हवाएं चलेंगी। जानिए अगले तीन दिन के मौसम का हाल। 23 जुलाई को अंबाला, करनाल और यमुनानगर में बारिश की संभावना है। बाकी जिलों में मौसम साफ रह सकता है। 24 जुलाई को गुरुग्राम, नूंह, पलवल और फरीदाबाद में बारिश की संभावना है। बाकी जिलों में मौसम साफ रह सकता है। 25 जुलाई में फिलहाल किसी जिले में बारिश का अलर्ट नहीं है।

55 हजार एकड़ फसल हुई जलमग्न

मानसून (Haryana Weather ) की बेहतर वर्षा के चलते प्रदेश में 55 हजार एकड़ से ज्यादा फसल में पानी भर गया है। दूसरी तरफ वर्षा के चलते हवा में नमी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मानसून फिर से एक्टिव हो गया है। ऐसे में हवा में नमी के चलते फिर से तेज वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है।

जान जोखिम में डालकर कर रहे खेती

करनाल के इंद्री क्षेत्र में किसान जान जोखिम में डालकर खेती कर रहे हैं। यहां यमुना को पार करना चुनौती बन गए गया है। कई बार अचानक पानी ज्यादा आने से हादसे भी हो जाते हैं। प्रदेश के हिसार के अलावा सिरसा, यमुनानगर, झज्जर, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, भिवानी, रोहतक आदि जिलों के खेतों में पानी भरा है। इसे किसान निकाल रहे हैं। कुछ जगह पर तो किसानों ने कपास की फसल पर ट्रैक्टर भी चला दिए।

500 एकड़ से ज्यादा धान की फसल खराब

आंकड़ों में देखे तो यमुनानगर में पांच गांव में धान की दोबारा रोपाई करनी पड़ी। इसमें 500 एकड़ से ज्यादा धान की फसल खराब हुई। इसी प्रकार झज्जर में 12 हजार एकड़ पानी भरने से प्रभावित हुई। कुरुक्षेत्र में 800 एकड़ से ज्यादा, फतेहाबाद में 1800 एकड़, हिसार में करीब सात हजार एकड़, भिवानी में 12 हजार एकड़ तो रोहतक में करीब 19 हजार एकड़ फसल में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। भिवानी में करीब सात हजार एकड़ से पानी निकाला गया है। इसको लेकर पंपसेट लगाए हुए है।

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