Hisar के युवांश को SMA Type-1 इलाज के लिए 9 करोड़ के इंजेक्शन की दरकार… 7 करोड़ का हुआ इंतजाम। हरियाणा के पुलिसकर्मी और नेताओं ने की बढ़-चढ़ कर मदद
हिसार जिले के एक 8 महीने के Yuvansh की जिंदगी खतरे में हैं… वो मासूम दुनिया की सबसे घातक बीमारी ‘स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी’ (SMA) टाइप-1 से जूझ रहा है। इस बीमारी के इलाज के लिए स्विट्जरलैंड के जेनेवा से जोलगेन्स्मा (Zolgensma) इंजेक्शन लाना पड़ता है जिसकी कीमत पूरे 14.50 करोड़ रुपये है। लेकिन अब दो अच्छी खबर हैं… पहली ये कि हिसार का Yuvansh जल्द एक साल का होने वाला है और 9 अक्टूबर को अपना पहला जन्मदिन मनाने वाला है और दूसरी ये कि Jenewa की कंपनी क्राउड फंडिंग की बात सुनकर, जोलगेन्स्मा इंजेक्शन अब 9 करोड़ में देने की बात कही है।
जन्मदिन पर मिलेगा 9 करोड़ का इंजेक्शन!

Injection की कीमत करीब 5.50 करोड़ रुपये कम हुई है Yuvansh के परिवार को एक नई उम्मीद जागी है। उम्मीद की जा रही है कि 9 अक्टूबर को Switzerland के जेनेवा से मंगाए जाने वाले 9 करोड़ के जोलगेन्समा इंजेक्शन से बच्चे को लंबी जिंदगी का तोहफा मिलेगा। यह जीन थेरेपी SMA का एकमात्र इलाज है।
7 करोड़ का इंतजाम, 2 करोड़ बाकी
Yuvansh के पिता राजेश कुमार फतेहाबाद साइबर थाने में कांस्टेबल हैं… मां किरण फूड एंड सप्लाई विभाग में क्लर्क हैं। Crowd Funding से अब तक 7 करोड़ रुपये जुटाए जा सके हैं लेकिन फिर भी अभी 2 करोड़ की कमी है। इस महीने 4 जिलों के पुलिसकर्मी 1-1 दिन का वेतन बच्चे के इलाज के लिए दान देंगे।
छठे महीने बीमारी का पता चला
Yuvansh का जन्म 9 अक्टूबर 2024 को हुआ था। जब वो 6 महीने का हुआ तो परिवार को SMA Type-1 का पता चला जो जन्मजात आनुवंशिक रोग है। इस बीमारी की वजह से बिना इलाज के बच्चे का 2 साल से ज्यादा जीवित रहना मुश्किल है। इंजेक्शन की मूल कीमत 14.5 करोड़ थी, लेकिन कंपनी ने क्राउड फंडिंग की कहानी सुनकर 9 करोड़ में देने का फैसला किया, जो कि नन्हे Yuvansh के लिए संजीवनी जैसा है।
युवांश के पिता का बयान

Hisar Police में कार्यरत राजेश ने कहा, “सब बेचकर भी 14.5 करोड़ जुटा पाना मुश्किल था… लेकिन तमाम मीडिया संस्थानों ने हमारी मदद की और मदद के लिए हाथ आगे बढ़ने लगे। शुरू में ये पहाड़ जैसा लग रहा था लेकिन अब 7 करोड़ जमा होने से कुछ उम्मीद जगी है। 18 जिलों के पुलिसकर्मियों ने 1 दिन वेतन दिया… इस महीने कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, यमुनानगर से भी दान मिलेगा”।
हरियाणा के मंत्री-नेताओं ने की मदद
- अनिल विज (ट्रांसपोर्ट मंत्री) – 20 लाख.
- विपुल गोयल (अर्बन लोकल बॉडीज) – 9 लाख.
- अरविंद शर्मा (सहकारिता मंत्री) – 5 लाख.
- राव नरबीर सिंह (पर्यटन मंत्री) – 5 लाख.
- कृष्ण लाल पंवार (पंचायत मंत्री) – 5 लाख.
- रणबीर गंगवा (PWD मंत्री) – 2 लाख.
- गौरव गौतम (खेल मंत्री) – 2 लाख.
- राज्यपाल कार्यालय की ओर से 5 लाख.
- सावित्री जिंदल (पूर्व मंत्री, हिसार) – 5 लाख.
इन सबके अलावा सामाजिक संगठनों, सोशल वर्कर्स और व्यक्तिगत दान से भी काफी रकम जुटाई गई है… Yuvansh को बचाने के लिए फूड एंड सप्लाई विभाग के कर्मचारियों ने भी योगदान दिया है।
क्या है इंजेक्शन का महत्व?
जोलगेन्समा, SMA का एकमात्र जीन थेरेपी इंजेक्शन है जो एक बार लिया जाता है। बिना इलाज के बच्चे का दो साल से ज्यादा जी पाना मुश्किल हो जाता है, लेकिन Zolgensma Injection लगने के बाद पीड़ित बच्चा दूसरे बच्चों की तरह ही सामान्य जिंदगी जी सकता है। अब तो बस दुआ है कि जल्द से जल्द Two Crore Rupees का और इंतजाम हो सके ताकि परिवार Switzerland से इंजेक्शन मंगवाए. और Yuvansh के पहले जन्मदिन पर उसे जिंदगी का सबसे बड़ा तोहफा दे पाए।
Author: Political Play India





