चंडीगढ़ : देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली, इस बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में आजादी की पहली लड़ाई का बिगुल कब और कहां बजा था ? शायद आजकल के युवा इस बारे में नहीं जानते होंगे। देश की मौजूदा युवा और आने वाली पीढ़ी को आजादी के पहले युद्ध की जानकारी देने के लिए एक शहीद स्मारक का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है, जोकि जल्द ही पूरा होने वाला है। हरियाणा के अंबाला से ही 1857 में आजादी की लड़ाई का पहला बिगुल बजा था। इसलिए कैबिनेट मंत्री अनिल विज की पहल पर 1857 में हुई देश की आजादी की पहली लड़ाई को समर्पित एक शहीद स्मारक का निर्माण अंबाला में करवाया जा रहा है। स्मारक के निर्माण कार्य को लेकर अनिल विज ने अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण करने के साथ ही समीक्षा बैठक की।

ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों को शहीद स्मारक का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए ताकि इसका उद्घाटन जल्द किया जा सके। बैठक के उपरांत मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शहीद स्मारक का उद्घाटन करने के संबंध में कहा कि संभावना है कि प्रधानमंत्री शहीद स्मारक का उद्घाटन कर सकते है लेकिन इसका सही उत्तर प्रधानमंत्री कार्यालय दे सकता है। जैसे समय आएगा हम अपनी तरफ से पुरजोर अनुरोध करेंगे और उनका (प्रधानमंत्री कार्यालय) फैसला होगा तो वह शहीद स्मारक का उद्घाटन भी करेंगे।
देश में अपने आप का अनूठा प्रोजेक्ट

मुख्य सचिव ने कहा सरकार का यह प्रयास है कि इस परियोजना को हरियाणा के बड़ी परियोजना के तौर पर विकसित करें। उन्होंने कहा शहीद स्मारक की देश में शौहरत व मशहूरी हो ताकि देश व विदेश से पर्यटक यहां इसे देखने आ सके। मुख्य सचिव ने परियोजना के कार्यस्तर की जानकारी देते हुए कहा कि स्मारक के निर्माण का अंतिम दौर चल रहा है और इसे जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। निर्माण पूरा करने के लिए दो माह का लक्ष्य तय किया गया है ताकि एक नवंबर को इसका उद्धाटन किया जा सके। रस्तोगी ने बताया कि लगभग 600 करोड़ रुपए की लागत से स्मारक का निर्माण किया जा रहा है। शहीद स्मारक देश में अपने आप में एक अनूठा प्रोजेक्ट है क्योंकि वह देश में काफी जगह घूमे है ऐसा प्रोजेक्ट उन्होंने भारत में कहीं नहीं देखा है।
बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई

ऊर्जा मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी व अन्य अधिकारियों की बैठक में निर्माण कार्य को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। शहीद स्मारक में प्रदर्शित किए जाने वाले इतिहास में विभिन्न पहलुओं, ऑडियो-वीडियो प्रेजेंटेशन, शहीदों के नाम सुनहरे अक्षरों में प्रदर्शित करने, स्मारक में बन रही विभिन्न 23 गैलरियों का कार्य पूरा करने, ओपन एयर थियेटर में प्रोजेक्टर शो, स्मारक को आय के मामले में आत्मनिर्भर बनाना, मेमोरियल टॉवर के टॉप पर स्काई कैफे बनाने जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई ताकि इन बिंदुओं को भी अमलीजामा पहनाया जा सके।
चार सदस्यीय समिति गठित
बैठक में तय किया गया कि शहीद स्मारक में निर्माण कार्य को तेजी से करने के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति हर सप्ताह शुक्रवार को दोपहर दो बजे शहीद स्मारक में बैठक कर समीक्षा करेगी। समिति में डीसी अम्बाला के अलावा पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर इन चीफ, शहीद स्मारक के निदेशक और निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि को शामिल किया गया।
रुद्राक्ष का पौधा रोपित किया

बैठक से पूर्व ऊर्जा मंत्री अनिल विज, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल, सूचना व जनसंपर्क विभाग के आयुक्त व सचिव अमित अग्रवाल व महानिदेशक केएम पांडुरंग, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ अनिल कुमार दहिया और अम्बाला के उपायुक्त अजय तोमर ने स्मारक परिसर पर रुद्राक्ष का पौधारोपण किया।
Author: Political Play India





