Independence Day : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर 12वीं बार तिरंगा फहराया। राष्ट्रीय ध्वज फहराने के दौरान प्रधानमंत्री के साथ फ्लाइंग ऑफिसर रशिका शर्मा मौजूद रहीं। इसके बाद 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के वीर तोपचियों ने 21 तोपों की सलामी दी। स्वदेशी 105mm लाइट फील्ड गन का उपयोग करने वाली इस सेरेमोनियल बैटरी की कमान मेजर पवन सिंह शेखावत के हाथों में थी। नायब सूबेदार अनुतोष सरकार गन पोजिशन ऑफिसर थे।
स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया। उनका शुरुआती भाषण ऑपरेशन सिंदूर पर फोकस रहा। अपने भाषण के दौरान पीएम ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘आज मुझे लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है। हमारे सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्ले आम किया। धर्म पूछकर लोगों को मारा।’
उन्होंने कहा, ‘पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था। पूरा विश्व इस संहार से चौंक गया था। ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है। हमने सेना को खुली छूट दी। हमारी सेना ने वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक भुलाया नहीं जा सकता। सैकड़ों किमी दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद किया। पाकिस्तान की नींद अभी उड़ी है। पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए खुलासे हो रहे हैं।’
पीएम ने कहा, ‘हमारा देश कई दशकों से आतंक को झेलता आया है। देश के सीने को छलनी कर दिया गया है। हमने न्यू नॉर्मल प्रस्थापित किया है। आतंकियों और उनको पालने-पोसने वालों को हम अलग-अलग नहीं मानेंगे। भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकियों को हम सहने वाले नहीं है।’
‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे वक्त से चला आ रहा है। अब ब्लैकमेल नहीं सहेंगे। आगे भी अगर दुश्मनों ने ये कोशिश जारी रखी, सेना तय करेगी, वह जो समय , तौर-तरीके, लक्ष्य निर्धारित करेगी, हम अमल में लाने वाले हैं। मुंहतोड़ जवाब देंगे। भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एकसाथ नहीं बहेंगे।’
11 साल में सोलर एनर्जी 30 गुना बढ़ चुकी
पीएम ने कहा, ‘हम पेट्रोल-डीजल, गैस को दूसरे देशों से लाखों रुपए खर्च करके लाना पड़ता है। हमने बीड़ा उठाया। 11 साल में सोलर एनर्जी 30 गुना बढ़ चुकी है। हम नए डैम बना रहे हैं, ताकि हाइड्रोपावर का विस्तार हो और क्लीन एनर्जी मिले। ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर इन्वेस्टमेंट हो रहा है। न्यूक्लियर एनर्जी पर भी हम बड़े इनीशिएटिव ले रहा है। 10 रिएक्टर तेजी से काम कर रहे हैं। 2047 तक हम परमाणु ऊर्जा 10 गुना तक बढ़ाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं।’
डिफेंस में हम आत्मनिर्भरता का लक्ष्य लेकर चले
मोदी ने कहा, आत्मनिर्भरता की दम पर सेना बिना रुके अपना काम करती रही। डिफेंस में हम आत्मनिर्भरता का लक्ष्य लेकर चले, उसके नतीजे दिखने लगे हैं। 21वीं सदी टेक्नोलॉजी ड्रिवन है। जिन देशों ने टेक्नोलॉजी में महारत हासिल की, वे शिखर पर पहुंच गए। हम जब टेक्नोलॉजी के आयामों की बात करता हूं। मैं यहां किसी सरकार की आलोचना नहीं कर रहा। देश में 50-60 पहले सेमी कंडक्टर को लेकर विचार शुरू हुआ। आज सेमीकंडक्टर जब दुनिया की ताकत बन गया, 50-60 पहले वो फाइलें अटक-लटक गई। सेमीकंडक्टर के विचार की भ्रूण हत्या हो गई। कई देश सेमीकंडक्टर में महारत हासिल करके राज कर रहे हैं। आज हम उस बोझ से मुक्त होकर सेमीकंडक्टर के काम को आगे बढ़ाया है। इसी साल के अंत तक मेड इन इंडिया चिप्स भारत में आ जाएगी।
गुलामी ने हमें निर्धन बना दिया
पीएम ने कहा, ‘आजादी के लिए कई लोगों ने अपनी जिंदगी खपा दी। उनके मन में एक ही भाव था- स्वाभिमान। गुलामी ने हमें निर्धन बना दिया। गुलामी ने हमें निर्भर भी बना दिया। दूसरों पर हमारी निर्भरता बढ़ती गई। आजादी के बाद करोड़ों का पेट भरना चुनौती थी, लेकिन हमारे किसानों ने अन्न के भंडार भर दिए। किसी भी देश के आत्मसम्मान की कसौटी आत्मनिर्भरता है। जो दूसरों पर ज्यादा निर्भर रहता है, उसकी आजादी पर बड़ा प्रश्नचिह्न लग जाता है।’ मोदी ने कहा, ‘ जब निर्भरता की आदत लग जाए, यह खतरे से कम नहीं है। आत्मनिर्भरता का नाता सिर्फ आयात-निर्यात तक सीमित नहीं है। आत्मनिर्भरता का नाता हमारे सामर्थ्य से जुड़ा है। जब ये खत्म होने लगती है तो सामर्थ्य भी क्षीण हो जाता है। हमारे सामर्थ्य को बचाए, बनाए और बढ़ाए रखने के लिए आत्मनिर्भर होना अनिवार्य है। ऑपरेशन सिंदूर में आत्मनिर्भरता की ताकत देखी। दुश्मन को पता भी नहीं चला कि कौन सा हथियार उन्हें खत्म कर रहा है।’
हमें ये सिंधु समझौता मंजूर नहीं
पीएम ने कहा, ‘देश को पता लग गया है कि सिंधु जल समझौता सही नहीं है। पानी दुश्मन की धरती को सींच रहा है और मेरे देश की धरती प्यासी है। ये कैसा समझौता था, जिसने कई सालों से देश का कितना नुकसान किया। देश के पानी पर हक हिंदुस्तान और यहां के किसानों का है। जो स्वरूप सहा है, अब उसे सहा नहीं जाएगा। हमें ये सिंधु समझौता मंजूर नहीं है।’
आतंकियों और उनको पालने वालों को हम अलग-अलग नहीं मानेंगे
पीएम ने कहा, हमारा देश कई दशकों से आतंक को झेलता आया है। देश के सीने को छलनी कर दिया गया है। हमने न्यू नॉर्मल प्रस्थापित किया है। आतंकियों और उनको पालने-पोसने वालों को हम अलग-अलग नहीं मानेंगे। भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकियों को हम सहने वाले नहीं है। न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे वक्त से चला आ रहा है। अब ब्लैकमेल नहीं सहेंगे। आगे भी अगर दुश्मनों ने ये कोशिश जारी रखी, सेना तय करेगी, वह जो समय , तौर-तरीके, लक्ष्य निर्धारित करेगी, हम अमल में लाने वाले हैं। मुंहतोड़ जवाब देंगे। भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एकसाथ नहीं बहेंगे।
पहलगाम हमले से पूरा विश्व इस संहार से चौंक गया
पीएम मोदी ने कहा, लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के जवानों को सैल्यूट करने का अवसर मिला। वीर जवानों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। पहलगाम में सीमा पार से आकर आतंकियों ने जैसा कत्लेआम किया, धर्म पूछकर लोगों का मारा, पत्नियों के सामने, बच्चों के सामने लोगों के मारा। पूरा देश आक्रोश से भरा था। पूरा विश्व इस संहार से चौंक गया था।
ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है। 22 तारीख के बाद हमने हमारी सेना को खुली छूट दे दी। रणनीति, लक्ष्य वे तय करें, समय भी वे चुनें। हमारी सेना ने वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक हुआ नहीं था। सैकड़ों किमी दुश्मन की धरती पर घुसकर आतंकी इमारतों को खंडहर बना दिया। पाकिस्तान की नींद अभी भी उड़ी हुई है।
एक दिन हमारा स्पेस स्टेशन होगा
मोदी ने कहा, ‘ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ISS से लौट चुके हैं। स्पेस में भी अपने बलबूते पर आगे बढ़ रहे हैं। भारत का भी अपना स्पेस स्टेशन होगा, भारत इस पर काम कर रहा है। 140 करोड़ भारतवासी 2047 में विकसित भारत के संकल्प को परिपूर्ण करने के लिए ताकत से जुटे हैं। भारत आज हर सेक्टर आधुनिक इकोसिस्टम तैयार कर रहा है। यही हमें हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा। मैं अपने युवा, टैलेंटेड यूथ, हर के हर विभाग को आह्वान है कि हमारा अपना मेड इन इंडिया जेट इंजन होना चाहिए।’
क्रिटिकल मिनरल में आत्मनिर्भरता अनिवार्य है
मोदी ने कहा, ‘हमारे लिए भी क्रिटिकल मिनरल में आत्मनिर्भरता अनिवार्य है। रक्षा, टेक्नोलॉजी, मेडिकल हो, इनकी अहम भूमिका है। नेशनल क्रिटिकल मिशन लॉन्च किया है। 1200 से ज्यादा स्थानों पर खोज का अभियान चल रहा है। क्रिटिकल मिनरल की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’
11 साल में सोलर एनर्जी 30 गुना बढ़ चुकी
पीएम ने कहा, ‘हम पेट्रोल-डीजल, गैस को दूसरे देशों से लाखों रुपए खर्च करके लाना पड़ता है। हमने बीड़ा उठाया। 11 साल में सोलर एनर्जी 30 गुना बढ़ चुकी है। हम नए डैम बना रहे हैं, ताकि हाइड्रोपावर का विस्तार हो और क्लीन एनर्जी मिले। ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर इन्वेस्टमेंट हो रहा है। न्यूक्लियर एनर्जी पर भी हम बड़े इनीशिएटिव ले रहा है। 10 रिएक्टर तेजी से काम कर रहे हैं। 2047 तक हम परमाणु ऊर्जा 10 गुना तक बढ़ाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं।’
आजादी का यह महापर्व 140 संकल्पों का पर्व
पीएम मोदी ने कहा, मेरे प्यारे देशवासियो, आजादी का यह महापर्व 140 संकल्पों का पर्व है। आजादी का ये पर्व सामूहिक सिद्धियों, गौरव का पर्व है। हृदय उमंग से भरा हुआ है। देश एकता की भावना को मजबूती दे रहा है। 140 करोड़ देशवासी तिरंगे के रंग में रंगे हैं। हर घर तिरंगा है। भारत के हर कोने से हिमालय हो या रेगिस्तान हो या समुद्र तट हो, हर तरफ एक ही गूंज है- हमारी प्राण से भी प्यारी मातृभूमि का जयगान है।
लाखों स्टार्टअप्स देश को इनोवेशन को ताकत दे रहे
पीएम मोदी ने कहा, ‘EV के लिए जिन चीजों के जरूरत है, वे हमारी होनी चाहिए। कोविड के समय काफी चीजों के लिए विदेशों पर निर्भर थे। इसके बाद कई चीजें भारत के युवाओं ने बनाईं। हमने वैक्सीन बनाई। आज लाखों स्टार्टअप्स देश को इनोवेशन को ताकत दे रहे हैं। मुद्रा योजना से करोड़ों युवा, बेटियां अपना खुद का कारोबार कर रहे हैं। दूसरों को भी अपने पैरों पर खड़े होने की ताकत दे रहे हैं।’
क्या मेड इन इंडिया फाइटर जेट इंजन नहीं होना चाहिए ?
पीएम मोदी ने कहा, ‘तकनीक के चलते कुछ देश शिखर तक पहुंचे हैं। हम समुद्र मंथन की ओर जा रहे हैं। नेशनल डीप वाट मिशन जल्द शुरू होगा। समंदर में गैस और तेल के भंडार छिपे हुए हैं। हम ऑपरेशन गगनयान की तैयारी कर रहे हैं। स्पेस सेक्टर में तेजी से काम हो रहा है। हम स्पेस में अपना स्पेस सेंटर बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि मैं लाल किले के प्राचीर से देश के युवाओं, इंजीनियरों और पेशेवरों का आह्वान करता हूं कि क्या हमारा अपना मेड इन इंडिया फाइटर जेट इंजन नहीं हो सकता। होना चाहिए। लड़ाकू विमानों के लिए अपना इंजन होना चाहिए।
भारत का धन बाहर क्यों जाए
पीएम मोदी बोले, ‘क्या हमें रिसर्च और पेटेंट में और ताकत नहीं लगाानी चाहिए? मैं नौजवानों से कहता हूं कि बायो-3 समझकर कदम उठाइए। हमें आपका सहयोग चाहिए। आज IT का युग है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक सब कुछ हमारा हो। आज दुनिया को हमने दिखा दिया है कि UPI के जरिए 50% ट्रांजैक्शंस हो रहे हैं। भारत का धन बाहर क्यों जाए।’
फर्टिलाइजर्स के लिए भी हमें दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता है। देश के उद्योग जगत, प्राइवेट सेक्टर को कहना चाहता हूं कि फर्टिलाइजर्स का भंडार भर दें। अपना फर्टिलाइजर तैयार करें, दूसरों पर निर्भर न रहें।

Author: Political Play India



