हरियाणा-दिल्ली पर मंडराया बाढ़ का खतरा ! यमुना नदी में छोड़ा गया 80 हजार क्यूसिक से अधिक पानी

Yamuna river flood :  पहाड़ी इलाकों में यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश के चलते यमुना नदी के जल स्तर में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। इसी कड़ी में आज शाम को यमुना नदी का जल स्तर 80 हजार 681 क्यूसिक पहुंच गया, जोकि इस मानसून का अब तक का सबसे अधिक स्तर है। जल स्तर बढ़ने के कारण यमुना नदी में बने हथनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट खोलकर पानी को दिल्ली की और डायवर्ट कर दिया गया।

72 घंटे में दिल्ली पहुंचेगा पानी

हथिनीकुंड बैराज से दिल्ली की दूरी करीब 225 किलोमीटर है। बैराज से निकला पानी दिल्ली तक पहुंचने में 72 घंटे का समय लगता है। हालांकि अभी इस पानी से कोई अधिक खतरा नहीं है, लेकिन यमुना के कैचमेंट एरिया के साथ मैदानी इलाकों में हो रही बारिश से पानी के दिल्ली पहुंचने तक उसके स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। यमुना में न्यूनतम बाढ़ की सीमा 70 हजार क्यूसिक जल स्तर है। 70 हजार क्यूसिक या फिर उससे अधिक जल स्तर होने पर यमुना नदी की सहायक नहरों की सप्लाई बंद कर बैराज के गेट खोल दिए जाते हैं। यमुना में 2.5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ने पर पूर्ण बाढ़ की स्थिति घोषित की जाती है।

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