यमुनानगर : जिले के साढौरा इलाके में वेंकट गैंग के बाइक सवार दो बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। खुद को घिरता देखकर बदमाशों ने बचने के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग की। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इसमें दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गए। पुलिस ने तुरंत दोनों को काबू कर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों आरोपियों की पहचान विकास अली उर्फ ज्वाला निवासी सरावां और दीपक निवासी कनिपला के रूप में हुई है। दोनों पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वे वेंकट गैंग के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं।
नाकाबंदी के दौरान मुठभेड़
पुलिस को सूचना मिली थी कि दो युवक हथियारों से लैस होकर साढ़ौरा में पल्सर बाइक पर घूम रहे हैं और किसी बड़ी वारदात की फिराक में हैं। इस पर पुलिस ने अलर्ट मोड में आते हुए असगरपुर गांव के पास नाकाबंदी की। जैसे ही संदिग्ध बाइक सवार मौके पर पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों को पैर में गोली लगी, जिससे वे बाइक से गिर पड़े और पुलिस ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया।
इलाके में सर्च अभियान
पुलिस का मानना है कि घायल बदमाशों के अन्य साथी भी इलाके में छिपे हो सकते हैं। मुठभेड़ की सूचना मिलने पर एसपी कमलदीप गोयल स्वयं भी मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया।
वेंकट गैंग ने की थी बसपा नेता की हत्या
इस मुठभेड़ ने एक बार फिर वेंकट गैंग के नेटवर्क और हरियाणा में उसकी बढ़ती गतिविधियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गैंग का सरगना वेंकट गर्ग मूलतः अंबाला जिले के नारायणगढ़ का रहने वाला है। उसका नाम पहली बार 2025 की शुरुआत में बसपा नेता हरबिलास की हत्या के बाद सामने आया था, जब उसने सोशल मीडिया पर इस वारदात की जिम्मेदारी ली थी। वेंकट, पहले लॉरेंस बिश्नोई और काला राणा गैंग से जुड़ा रहा, लेकिन बाद में खुद की गैंग बनाकर अपराध की दुनिया में पैर जमा लिए। उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, फायरिंग, जेल में हिंसा और मोबाइल रखने जैसे 12 से अधिक संगीन केस दर्ज हैं। साल 2024 में उस पर तलवार से हमला भी हुआ था, जिसमें उसकी टांग टूट गई थी।
राजनीतिक और व्यापारिक वर्ग पर हमले
वेंकट की आपराधिक गतिविधियों में राजनीतिक हस्तियों और व्यापारियों को निशाना बनाने की घटनाएं भी शामिल हैं। उसने नारायणगढ़ में एक शादी समारोह में फायरिंग कर सरपंच के मामा को घायल कर दिया था। साथ ही, पूर्व विधायक के भाई के ऑफिस में फायरिंग और चंडीगढ़ के शराब कारोबारियों से रंगदारी मांगने के केस भी सामने आ चुके हैं। वर्तमान में वेंकट का नेटवर्क अवैध खनन और प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में सक्रिय है। जगाधरी और पंचकूला में भी उसने कई स्थानों पर दबंगई दिखाई है। खनन क्षेत्र पर अपना वर्चस्व जमाने के लिए वह कई बार फायरिंग कर चुका है।

Author: Political Play India



