चंडीगढ़ : पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने एक नई पहल की शुरूआत करते हुए यूटी के लोगों की समस्याएं सुनने के लिए सेक्टर-9 के सचिवालय में जनता दरबार की शुरूआत की। इस दौरान चंडीगढ़ के गृह सचिव, मुख्य सचिव और डीसी सहित कई अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि चाहे वह एक संवैधानिक पद पर है, लेकिन उनकी प्राथमिकता उस पद के दायरे में रहते हुए जनता की समस्याओं को हल करने की है। इसलिए यूटी के लोगों के लिए यह शुरूआत की गई है। हालांकि उन्होंने कहा कि वह राजभवन में भी लोगों की समस्याएं सुनते हैं। राज्यपाल के जनता दरबार में आम जनता के साथ भाजपा के नेता भी अपनी समस्या लेकर पहुंचे।
‘अधिकारी तीन दिन सुने जनसमस्या’

राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह भी सप्ताह में प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को जनता की समस्याओं को सुनना शुरू करें, जिससे जनता को होने वाली दिक्कत दूर हो सके। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इस दौरान केवल एक घंटे के लिए ही तय समय में जनता की समस्याओं को सुना जाएगा। इस दौरान समय के अभाव में यदि किसी व्यक्ति की सुनवाई नहीं हो पाती तो वह अगले दिन फिर से अपनी समस्या लेकर आ सकता है।
‘चंडीगढ़ के उद्योग की समस्या बताई’

राज्यपाल की ओर से जनता की समस्याओं के लिए लगाए गए जनता दरबार में आमजन के साथ भाजपा के नेता भी अपनी समस्या लेकर पहुंचे। इनमें भाजपा नेता संजय टंडन लघु उद्योग भारती के प्रतिनिधि मंडल के साथ चंडीगढ़ के उद्योग की समस्याएं लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे। इस दौरान टंडन ने बताया कि जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए जनता दरबार की शुरूआत करने पर राज्यपाल बधाई के पात्र है। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यपाल से मिलकर उन्होंने चंडीगढ़ के उद्योग की समस्या उनके सामने रखी है। इसे दूर करने के लिए उन्होंने राज्यपाल को कुछ सुझाव के साथ एक ज्ञापन भी सौंपा हैं।

Author: Political Play India



