चंडीगढ़ : मानसून की एंट्री के बाद से ही हरियाणा में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। कईं इलाकों में बारिश लोगों के लिए आफत बन चुकी है। लोग घरों में कैद होने पर मजबूर हो गए हैं। इसके साथ ही लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश से गुजर रही नदियों का जल स्तर भी बढ़ने लगा है। साथ ही कईं इलाकों में जलभराव की समस्या भी खड़ी हो गई है। ऐसे में मौसम विभाग ने एक बार फिर से 13 जुलाई यानि आज के लिए प्रदेश के सभी जिलों में बारिश की संभावना जताई है।

इन जिलों में अधिक बारिश की संभावना
हरियाणा के महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, करनाल और यमुनानगर में अधिक बारिश की संभावना है।

यहां हुई सबसे अधिक बारिश
यमुनानगर जिले में सबसे अधिक 352.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह बारिश प्रदेश के तापमान को कम करने में सहायक रही है, जिससे गर्मी से राहत मिली है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि भिवानी से बंगाल की खाड़ी तक फैली मानसूनी टर्फ लाइन के कारण नमी युक्त हवाएं हरियाणा में प्रवेश कर रही हैं।

18 जुलाई तक बरसेंगे बदरा
उत्तर पर्वतीय क्षेत्रों में रविवार को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके असर से फिर से प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पिछले 24 घंटों में हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में मानसून बारिश की गतिविधियों में कमी आई है। लगातार दूसरे दिन शनिवार को प्रदेश में एक दो स्थानों पर बूंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिलीं। हालांकि इस दौरान अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे ही रहे। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में लगातार दिन और रात के तापमान सामान्य से नीचे बने हुए हैं।

इस दिन तक बरसेंगे बदरा
13 जुलाई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने से उत्तरी राजस्थान पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। इससे मानसून टर्फ एक बार फिर से हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली पर पहुंच जाएगी, जिससे इन क्षेत्रों में 14 से 18 जुलाई तक मानसून की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।

Author: Political Play India



