हरियाणा के अधिकतर बस अड्डों पर भीड़ मानो रैली चल रही हो, जहां स्कूलों में जाने वाले बच्चे, किसी की क्लास है, किसी का एग्जाम है, वहीँ रविवार की छुट्टी पर घर आए नोकरी पेशा, जिन्हें सोमवार ऑफिस जॉइन करना है, पर बस अड्डों पर बस नहीं,,अधिकारी से बात करो, तो जवाब में हम क्या करें, सरकार से पूछो, बेचारे बेबस लोग निराशा भरी आश के साथ वापिस आ कर बैठ जाते है,
वहीँ जब कोई बस आती है तो दोड़ पड़ते हैं और बस ड्राइवर ये नहीं जायेगी,ये लोकल बस है
लोगों का कहना है, बस अगर किसी कार्य में है तो कोई बात नहीं पूर्व सूचना दी जा सकती है, कि कल बस की कमी रहेगी, यात्री घर से निकलने से पहले इंतजाम कर लेगा